सक्रिय शिक्षण (Active Learning) या गतिविधि आधारित शिक्षण (Activity-Based Learning - ABL) एक ऐसा शिक्षण पद्धति है जिसमें छात्र केवल सुनने या लिखने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि सीखने की प्रक्रिया में स्वयं सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। इसमें उन्हें विभिन्न गतिविधियों, परियोजनाओं, खेलों और अनुभवजन्य कार्यों के माध्यम से पढ़ाया जाता है, जिससे उनका व्यक्तिगत, बौद्धिक और सामाजिक विकास सुनिश्चित होता है।
🎯 सक्रिय शिक्षण के उद्देश्य
- छात्रों में सीखने की रूचि को बढ़ाना।
- व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव आधारित शिक्षा प्रदान करना।
- सहयोगात्मक शिक्षा को प्रोत्साहित करना।
- समस्या समाधान और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देना।
- सीखने को आनंददायक और बच्चों की गति के अनुसार बनाना।
🌟 सक्रिय शिक्षण के प्रमुख लाभ
- ✔️ रचनात्मकता का विकास होता है।
- ✔️ छात्र आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनते हैं।
- ✔️ लंबे समय तक याद रहने वाला ज्ञान प्राप्त होता है।
- ✔️ एक ही विषय को विभिन्न रूपों में सीखने का मौका मिलता है।
- ✔️ समूह में कार्य करने की क्षमता विकसित होती है।
- ✔️ बच्चों को Real-life Skills की ट्रेनिंग मिलती है।
- ✔️ छात्रों की सीखने की शैली (Learning Style) को ध्यान में रखा जाता है।
📚 10 प्रभावी गतिविधि आधारित शिक्षण के उदाहरण
1. 🎲 शैक्षिक खेल (Educational Games)
गणित, भाषा या विज्ञान को खेलों के माध्यम से सिखाना जैसे "गणिती साँप-सीढ़ी", "शब्द खोज पहेली" आदि।
2. 🎭 भूमिका निभाना (Role Play)
इतिहास, समाजशास्त्र या नैतिक शिक्षा में विद्यार्थी किसी पात्र की भूमिका निभाकर विषय को समझते हैं। जैसे: गांधी जी बनकर संवाद करना।
3. 📦 प्रोजेक्ट आधारित कार्य
विद्यार्थी किसी विषय पर रिसर्च करके चार्ट, मॉडल या प्रोजेक्ट फाइल बनाते हैं। जैसे – ‘पर्यावरण संरक्षण पर मॉडल’।
4. 🧪 प्रयोग आधारित शिक्षण (Lab Activity)
विज्ञान, गणित आदि विषयों में छात्र प्रयोग करके निष्कर्ष निकालते हैं। जैसे – पानी की अवस्थाएँ दिखाना।
5. 🧩 समूह चर्चा (Group Discussion)
किसी विषय पर छात्रों को छोटे समूहों में बाँटकर चर्चा कराना, जैसे “प्लास्टिक के प्रयोग के फायदे और नुकसान”।
6. 🧠 माइंड मैपिंग / विचार मानचित्र बनाना
किसी विषय के सभी बिंदुओं को एक चार्ट पर जोड़कर विषय की संपूर्णता को समझना।
7. 📖 कहानी लेखन / कविता निर्माण
भाषा विषय को रोचक बनाने के लिए छात्रों से कहानी या कविता लिखवाना।
8. 📸 फील्ड विज़िट (Educational Tour)
प्राकृतिक स्थलों, संग्रहालयों या फैक्ट्रियों की यात्रा कराकर प्रत्यक्ष अनुभव से सीखना।
9. 🎨 कला व क्राफ्ट गतिविधियाँ
डायग्राम बनाना, मॉडल बनाना, पोस्टर बनाना – जिससे छात्र विषय की कल्पना को具 अनुभव में बदल सकें।
10. 🎤 भाषण, वाद-विवाद, कविता पाठ
संचार कौशल को बढ़ाने और विषय की गहराई को समझने के लिए मंचीय गतिविधियाँ कराना।
🎯 क्यों जरूरी है सक्रीय शिक्षण शैली?
आज के डिजिटल युग में केवल किताबी ज्ञान पर्याप्त नहीं है। छात्रों को व्यवहारिक, सामाजिक और नैतिक ज्ञान देना भी जरूरी है, जो सक्रिय शिक्षण के माध्यम से संभव होता है। यह पद्धति छात्रों के 360° विकास की दिशा में एक प्रभावी कदम है।
सक्रिय शिक्षण एक ऐसी पद्धति है जो बच्चों को केवल जानकारी नहीं बल्कि समझ देती है। इसमें छात्र पढ़ाई का केवल विषय नहीं, बल्कि साथी बन जाते हैं। यदि शिक्षक इस पद्धति को अपनाते हैं, तो न केवल बच्चों का प्रदर्शन बेहतर होगा, बल्कि वे सीखने को पसंद भी करने लगेंगे।
📢 इसे साझा करें!
अगर आप शिक्षक हैं, अभिभावक हैं या शिक्षा से जुड़े किसी भी क्षेत्र में काम कर रहे हैं, तो इस ब्लॉग को व्हाट्सएप, फेसबुक, टेलीग्राम या अपने स्कूल ग्रुप में जरूर शेयर करें।
सक्रिय शिक्षण (Active Learning) और गतिविधि आधारित शिक्षण (Activity-Based Learning) से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. सक्रिय शिक्षण (Active Learning) क्या है?
सक्रिय शिक्षण एक ऐसी शिक्षण पद्धति है जिसमें छात्र केवल सुनने या लिखने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि गतिविधियों, प्रोजेक्ट, खेल और अनुभवजन्य कार्यों में भाग लेकर सीखते हैं।
2. गतिविधि आधारित शिक्षण (Activity-Based Learning - ABL) के उदाहरण क्या हैं?
- शैक्षिक खेल (Educational Games)
- भूमिका निभाना (Role Play)
- प्रोजेक्ट आधारित कार्य
- प्रयोग आधारित शिक्षण (Lab Activities)
- समूह चर्चा (Group Discussion)
- माइंड मैपिंग
- कहानी लेखन/कविता निर्माण
- फील्ड विज़िट
- कला व क्राफ्ट गतिविधियाँ
- भाषण, वाद-विवाद, कविता पाठ
3. सक्रिय शिक्षण का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- छात्रों में सीखने की रुचि बढ़ाना
- व्यावहारिक और अनुभव आधारित शिक्षा देना
- सहयोगात्मक और समस्या समाधान कौशल विकसित करना
- सीखने को आनंददायक और बच्चों की गति के अनुसार बनाना
4. सक्रिय शिक्षण के प्रमुख लाभ क्या हैं?
- रचनात्मकता का विकास
- आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी छात्र
- लंबे समय तक याद रहने वाला ज्ञान
- विभिन्न रूपों में विषय सीखने का अवसर
- टीम वर्क और रियल-लाइफ स्किल्स का विकास
5. सक्रिय शिक्षण क्यों जरूरी है?
आज के डिजिटल युग में केवल किताबों का ज्ञान पर्याप्त नहीं है। सक्रिय शिक्षण छात्रों को 360° विकास का मौका देता है, जिसमें वे न केवल विषय समझते हैं बल्कि व्यवहारिक, सामाजिक और नैतिक शिक्षा भी प्राप्त करते हैं।
6. क्या प्राथमिक शिक्षा में सक्रिय शिक्षण अपनाया जा सकता है?
हाँ, यह पद्धति प्राथमिक शिक्षा के लिए बेहद प्रभावी है क्योंकि छोटे बच्चों के लिए गतिविधि और खेल के माध्यम से सीखना अधिक स्वाभाविक और आनंददायक होता है।
7. शिक्षक सक्रिय शिक्षण कैसे अपना सकते हैं?
- विषय के अनुसार गतिविधियाँ प्लान करें
- समूह और व्यक्तिगत कार्य शामिल करें
- बच्चों को प्रैक्टिकल अनुभव दें
- क्रिएटिव प्रोजेक्ट और फील्ड विज़िट करवाएँ
💬 अपना अनुभव या राय कमेंट में ज़रूर बताएं!
अगर आपने सक्रिय शिक्षण अपनाया है या अपनाने की सोच रहे हैं, तो नीचे कमेंट में अपना अनुभव साझा करें। इससे अन्य शिक्षकों और अभिभावकों को भी प्रेरणा मिलेगी।

.png)

0 टिप्पणियाँ